SSC CGL (कर्मचारी चयन आयोग संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी सरकारी परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संगठनों में आकर्षक पदों के द्वार खोलती है। इन पदों को पाने के लिए उम्मीदवारों को कई चरणों की परीक्षा पास करनी होती है—हर एक चरण विभिन्न कौशलों की जांच करता है। इन सभी में से "गणित" या "संख्यात्मक अभियोग्यता" का भाग बेहद महत्वपूर्ण होता है, खासकर टियर 1 और टियर 2 में, जहाँ यह आपके कुल स्कोर को सीधे प्रभावित करता है।
कई उम्मीदवार, विशेषकर वे जो कला या गैर-गणितीय पृष्ठभूमि से आते हैं, अक्सर पूछते हैं: "क्या SSC CGL की गणित कठिन होती है?" यह सवाल बिल्कुल जायज़ है क्योंकि इस विषय की वज़नदारी और परीक्षा में लगने वाला दबाव काफी होता है। यहां तक कि जो छात्र स्कूल में गणित पढ़ चुके होते हैं, वे भी समय की सीमा और उच्च सटीकता की अपेक्षा के कारण इसे कठिन मानने लगते हैं।
इस ब्लॉग का उद्देश्य SSC CGL की गणित को सरल भाषा में समझाना है—सिलेबस को स्पष्ट करना, इसकी असली कठिनाई को आंकना, हालिया ट्रेंड्स की समीक्षा करना, और टॉपर्स व विशेषज्ञों की राय साझा करना। चाहे आप गणित प्रेमी हों या गणित से डरते हों, यह लेख आपकी तैयारी की दिशा को स्पष्ट करेगा।
किसी भी परीक्षा की प्रभावी तैयारी की पहली सीढ़ी यह जानना है कि पूछा क्या जा रहा है। SSC CGL की गणित में यह स्पष्टता डर को बहुत हद तक कम कर सकती है।
SSC CGL की Quantitative Aptitude सेक्शन केवल कक्षा 10 स्तर की NCERT आधारित अवधारणाओं पर आधारित होती है। कई छात्रों की गलतफहमी होती है कि इसमें कक्षा 11–12 जैसे कैलकुलस, मैट्रिक्स या कॉम्प्लेक्स नंबर्स आते हैं, जो कि पूरी तरह गलत है। सिलेबस पूरी तरह से प्राथमिक अंकगणित और बीजगणित तक सीमित है।
मुख्य विषय जो शामिल हैं:
हालांकि यह कक्षा 10 का सिलेबस है, SSC CGL में गणित इसलिए कठिन लगती है क्योंकि इसमें स्पीड, सटीकता और लॉजिकल थिंकिंग को परखा जाता है।
एक आम भ्रम यह है कि SSC CGL में इंजीनियरिंग या कॉमर्स जैसी उच्च गणित आती है। इसी गलतफहमी के कारण छात्र गलत दिशा में तैयारी करते हैं और समय बर्बाद करते हैं। जबकि हकीकत यह है कि चुनौती विषय नहीं, बल्कि दबाव में सही अनुप्रयोग करना है।
जब कोई पूछता है, “क्या SSC CGL की गणित कठिन है?”, तो इसका उत्तर केवल "हाँ" या "नहीं" नहीं हो सकता। कठिनाई का स्तर इस बात पर निर्भर करता है कि उम्मीदवार की मूलभूत समझ कैसी है, वह दबाव में कैसा प्रदर्शन करता है, और समय का प्रबंधन कितना बेहतर करता है।
BYJU'S, PW, Vidya Guru जैसे प्लेटफॉर्म्स के टॉप शिक्षकों का मानना है कि SSC CGL की गणित विषय के स्तर पर कठिन नहीं होती। चुनौती होती है:
टॉपर्स कहते हैं कि जीत उन्हीं की होती है जो रोज़ाना अभ्यास करते हैं—not just intelligent students.
SSC CGL गणित की कठिनाई को बढ़ाने वाला सबसे अहम कारण है – समय प्रबंधन।
दोनों टियर में बहुत कम समय में कई प्रश्न हल करने होते हैं। यह मांग करता है:
SSC CGL में सफल होने के लिए आपको:
इससे छात्रों में हिचकिचाहट और दबाव बढ़ता है। परिणामस्वरूप:
SSC CGL का Quantitative Aptitude सेक्शन—जिसे सामान्यतः "गणित" कहा जाता है—पूरी तरह से कक्षा 10 स्तर के विषयों पर आधारित है। लेकिन टियर 2 में इन्हीं अवधारणाओं के आधार पर प्रश्नों की गहराई बढ़ जाती है, जिससे आपकी कैलकुलेशन स्पीड, अवधारणात्मक समझ और एप्लिकेशन स्किल्स की असली परीक्षा होती है।
टियर 1 में 40–50% प्रश्न इसी से आते हैं। टियर 2 में भी इसकी भूमिका अहम होती है।
टियर 2 में यह अक्सर अंकगणित के साथ मिलकर ट्रिकी प्रश्न बनाता है।
टियर 2 में ज्यामिति का वज़न काफी होता है।
प्रश्न ज़्यादातर फार्मूला आधारित होते हैं।
लंबे और बहु-चरणीय गणनाओं की ज़रूरत होती है।
विशेषकर टियर 2 में यह सेक्शन रिपोर्टिंग व विश्लेषण कौशल को परखता है।
हकीकत: ज़रूरी है – निरंतरता, न कि प्रतिभा।
हकीकत: Accuracy महत्वपूर्ण है, न कि Attempt। 75–80% सही प्रयास पर्याप्त होते हैं।
हकीकत: कई कला व कॉमर्स के छात्र बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि वे:
हकीकत: ये विषय पैटर्न आधारित हैं—एक बार समझ में आ जाए तो स्कोरिंग बन जाते हैं।
तो क्या SSC CGL गणित वास्तव में कठिन है? सटीक उत्तर है: नहीं।
जो छात्र गणित से डरते हैं, वे भी अनुशासित अध्ययन, शॉर्टकट और मॉक टेस्ट से सफल हुए हैं।
डरिए नहीं—संख्याओं को अपना हथियार बनाइए।
1. क्या SSC CGL गणित वास्तव में कठिन है?
मध्यम कठिनाई का होता है, विषय सरल हैं पर समय दबाव इसे कठिन बनाता है।
2. क्या SSC CGL में 11वीं–12वीं के विषय आते हैं?
नहीं, केवल 10वीं स्तर के विषय शामिल होते हैं।
3. कौन-से टियर में गणित कठिन होती है—टियर 1 या 2?
टियर 2 ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है—प्रश्न लंबे, कठिन और गणना-प्रधान होते हैं।
4. SSC CGL में गणित से कितने प्रश्न आते हैं?
टियर 1 में 25 प्रश्न (50 अंक), टियर 2 में 30 प्रश्न (90 अंक) आते हैं।
5. क्या एक औसत छात्र SSC CGL गणित में अच्छा कर सकता है?
हाँ, लगातार अभ्यास, शॉर्टकट्स और टाइम मैनेजमेंट से संभव है।
6. यदि मुझे गणित कमजोर लगता है, तो तैयारी कैसे करूं?
मूल बातें मजबूत करें, अभ्यास करें, मॉक टेस्ट दें और रिवीजन करते रहें।
7. SSC CGL गणित के महत्वपूर्ण विषय कौन-से हैं?
प्रतिशत, लाभ-हानि, बीजगणित, ज्यामिति, त्रिकोणमिति, संख्या पद्धति और DI।
अब समय है संख्याओं से डरने का नहीं, उन्हें जीतने का!
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